याद है अपने पहला मिलन श्रिस्ति का वो पहला सावन तू युगों की प्यासी धरती थी तुझे प्रेम के बादल घिरे थे तेरे तपते हुए तन पे जो ज़र्रे वो मेघतुत सब मेरे थे ो कामिनी
तेरे तन मंदिर में जागा सपना सोया बड़े लुटेरे नैणा तोरे सुध बुध मैं तोह भूल गयो रे एक लचक में जोगन भाग जगा दो मोरे ो कामिनी ो कामिनी..
आ… काय तेरी..माया दर्पण ये इंद्रधनुष तुझको अर्पण ओढ़ लूँ तुझको ो बैरंग धरती ओढ़े नील-गगन हम मिलेंगे ये तब से तै था जब चमक नहीं थी तारों में न सोच ये नीति बह जा मेरी धारों में ो कामिनी..ो कामिनी ो कमीनी ो कमीनी ो कामिनी..
[Transliteracja]
Yaad hai apne pehla milan Shristi ka wo pehla saavan Tu yugon ki pyaasi dharti thi Tujhe prem ke baadal ghere thhe Tere tapte hue tan pe Jo zarre wo meghtoot sab mere thhe O kamini, o kamini
Tere tan mandir mein, mann khoya Jaaga sapna soya, soya Bade lootere naina tore Sudh budh main toh bhool gayo re Ek lachak mein, sau hilkore Jogan bhaag jaga do more O kamini, o kamini O kamini..
Aa… Kaaya teri..maaya darpan Ye indradhanush tujhko arpan Oddh loon tujhko o bairang Dharti odhe neel-gagan Hum milenge ye tab se tai tha Jab chamak nhi thi taaron me Na soch ye neeti, kya keh diya Beh ja meri dhaaron mein O kamini..o kamini O kamini o kamini O kamini..Teksty umieszczone na naszej stronie są własnością wytwórni, wykonawców, osób mających do nich prawa.