[Romanizacja]
Isi umar mein to karta hai dil Khwahishein girne fisalne ki Are yeh bhi koyi umar hai kya Sambhalne ki
Ho logon ke dar se Hum apne dil ki Masti kyun khone de
Harkat se apni naaraaz duniya Hoti hai hone de
Bigadne de hamein zara Sudhar ke kya karenge hum Bigadne de jo dil mein aayega Wahi karege hum
Bigadne de bigadne de Bigadne de bigadne de.
[Hindi]
इसी उमर में तो करता है दिल ख्वाहिशें गिरने फिसलने की अरे ये भी कोई उमर है क्या संभलने की
हो लोगों के डर से हम अपने दिल की मस्ती क्यूँ खोने दे
हरकत से अपनी नाराज़ दुनिया होती है होने दे
बिगड़ने दे हमें ज़रा सुधर के क्या करेंगे हम बिगड़ने दे जो दिल में आएगा वही करेंगे हम
बिगड़ने दे बिगड़ने दे बिगड़ने दे बिगड़ने दे. Teksty umieszczone na naszej stronie są własnością wytwórni, wykonawców, osób mających do nich prawa. |
|